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कल कई सालों के बाद
सुबह जल्दी उठ गया
उगता सूरज देख कर 
मन खिल गया। 
चिडियों के कलरव
पवन के शीत झोंको
बेफिक्र उड़ते पंछियों ने
मन्दिर की घंटी 
दूध वाले के पों पों 
बच्चों की खिलखिलाहट ने 
उनकी अलसाई अंगडाई
माँ के अवधी गीतों 
अखबार की खबरों ने
जी को तरोताजा कर दिया.