
हाँ सिर्फ़ आप में है वो बात जो और किसी में नही। ये बात भूल जाए की कोई आप से श्रेष्ट है। आप पुरी दुनिया में एक हो, आप जैसा कोई नही । ईस्वर की सर्वश्रेष्ट कृति हो आप। हर पल हर लम्हा आप को बनाने वाला आप के साथ है। बस कमी है तो सिर्फ़ अपने आप को पहचनाने की। आप सुब कुछ कर सकते हो, जरुरत है सिर्फ़ और सिर्फ़ आत्मविश्वास की। अपने आप को पहचानो और निकल पडो दुनिया को अपने मुट्ठी में कर लेने को। कड़ी मेहनत को अपना हथियार बनवो। ईस्वर पर भरोसा रखो, धर्य से काम लो, और देखना कामयाबी इक दिन तुम्हारे कदम चूमेंगी। मुश्किले तुम्हरे शामने ठहर नही पायेगी। कामयाबी तुम्हारा इस्तकबाल करेगी।