अनुभव जीवन का अबूझ, अनजान, अनसुलझा
नित नए एहसास खुशी, गम, असमंजस, दुविधा
पशोपेश में मन हर पल
क्या सही, क्या गलत
सुलझा अनसुलझा।
पहचान, प्रतिष्ठा, सम्मान, अपनापन
दूरी, नजदीकी, पाना, खोना
जीत, हार, वार, तकरार
द्वेष, प्यार, इज्जत, बदतमीजी
याद सब, फिर भूल कब।
उतार-चढाव, गिरना-संभलना
निरन्तर प्रगति तो क्यों न चलना
चल चल की मीलों चलना
नित नए शब्दों को गढना।
ये शब्द जीवन का शब्दकोष
जिन से जीवन का सार सारा
ये शब्द ही अनुभव की परिभाषा
इस परिभाषा में ही जीवन सारा।
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